पारस प्रेम कानपुर न्यूज

अब एक दिन में बनेगा राशन कार्ड 








11 बजे तक खोले जाएंगे जन सुविधा केंद्र

कानपुर।  कोविड-19 वायरस के संक्रमण जैसी महामारी से निपटने हेतु मजदूरों तथा पूरी तरह व्यवसायिक गतिविधियों पर निर्भर रहने वाले समाज के व्यक्तियों के भरण पोषण हेतु जन सुविधा केंद्रों के माध्यम से स्थानीय स्तर पर पात्र लाभार्थियों के आवेदन पत्रों को ऑनलाइन भरने हेतु जन सुविधा केंद्र संचालकों को 2 अप्रैल से 7 अप्रैल तक प्रातः 8:00 से 11:00 बजे तक सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए खोलने के आदेश दिए गए थे।


लेकिन कुछ मनरेगा जॉब कार्ड धारक श्रम विभाग नगर निकाय में पंजीकृत श्रमिक अभियान के दौरान अपना राशन कार्ड बनवाने से वंचित रह गए हैं इस कारण उपर्युक्त आदेश में अग्रेतर वृद्धि करते हुए जिलाधिकारी ने यह आदेश पारित किया है कि जनपद कानपुर नगर के हॉटस्पॉट वाले क्षेत्रों जहां की पूर्णता लॉक  डाउन घोषित है को छोड़कर अन्य समस्त क्षेत्रों में प्रातः 8:00 से 11:00 तक समस्त जन सुविधा केंद्र राशन कार्ड पंजीकरण के लिए खुले रहेंगे लेकिन अभ्यर्थियों को सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्णता पालन करना होगा इस बारे में जिला पूर्ति अधिकारी अखिलेश कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि जिलाधिकारी के आदेशानुसार अग्रिम आदेश आने तक यह आदेश जारी रहेगा आवेदक जिस दिन अप्लाई करेगा उसी दिन रात तक या दूसरे दिन राशन कार्ड प्राप्त हो जाएगा और 13 अप्रैल तक जो व्यक्ति आवेदन करेगा उसे 15 तारीख से राशन मिलना शुरू हो जाएगा 15 तारीख से प्रधानमंत्री के आदेशानुसार राशन की दुकानों से दोगुना चावल प्राप्त होगा और दुकान पर अतिरिक्त पुलिस कांस्टेबल की नियुक्ति की जाएगी जो शांति व्यवस्था के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करवाएंगे।

 

जिलाधिकारी की अपील पर नगरवासियों ने रक्तदान में बढ़चढ़ कर लिया हिस्सा

कानपुर। देशव्यापी महामारी के चलते अस्पतालों में ब्लड की कमी हो जाने के कारण जिलाधिकारी ने पिछले दिनो रक्तदान की शहरवासियों से अपील की। इसको देखते समाजिक संस्थाओं ने जागरूकता दिखाते हुये रक्तदान शिविर लगाया गया। रक्तदान सभी स्वस्थ्य व्यक्ति को अवश्य करना चाहिए क्योकि  एक यूनिट रक्त तीन लोगों की जान बचाता है। इसी क्रम में  बसन्त भवन, बंसत विहार  नौबस्ता मे माँ पथराही देवी सेवा समिति के तत्वाधान में आयोजित रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 100 लोगो ने रक्तदान किया।


रक्तदान का शुभारंभ महापौर प्रमिला पांडे, जिलाधिकारी डॉ0 ब्रह्मदेव राम तिवारी तथा डीआईजी/ एसएसपी अनंत देव ने किया। इस अवसर पर अशोक मिश्रा समाजसेवी, शिव कुमार शुक्ला, कमलेश तिवारी, सुधीर चतुर्वेदी, अशोक त्रिपाठी एडवोकेट, पुनीत निगम, अनुप शुक्ला पार्षद उपस्थित रहे।

 

कोरोना वायरस: ओएफसी ने बनाई पीपीई ब्लड टेस्टिंग डिवाइस 

कानपुर। कोरोना वायरस का संक्रमण दुनियाभर में तेजी से फैलता जा रहा है। चीन के वुहान शहर से शुरू हुए इस वायरस के संक्रमण को लेकर दुनियाभर के अलग-अलग देशों में कई रिसर्च हो रही हैं। इस क्रम में आयुध निर्माणी कानपुर ने भी कोरोना वायरस के स्ट्रेन को अलग करने में कामयाबी पाई है। पूरी दुनिया कोविड -19 की महामारी का सामना कर रहा है, जिसके कारण विश्व में भारी जन-धन की क्षति हुई है। ओएफसी ने डिवाइस तैयार की है।


ये डिवाइस खुद व्यक्ति के शरीर से खून लेकर उसकी जांच कर सकती है. इस डिवाइस के आने से अस्पतालों में होने वाली खून की जांच की प्रक्रिया में तेजी आएगी। बीमारी अत्यंत संक्रामक है, इसलिए डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) की आवश्यकता होती है ताकि वे कोविड संक्रमित रोगियों का इलाज करते समय अपना बचाव कर सकें। पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) को कवर ऑल भी कहा जाता है, जो पूरे शरीर को ढक कर रखता है। इस समय कवर ऑल की भारी कमी को देखते हुए आयुध निर्माणी बोर्ड कोलकाता ने क्लॉदिंग ग्रुप की आयुध निर्माणियों में इसके मैन्यूफैक्चर का निर्णय लिया है। कवर ऑल एक खास प्रकार के फैब्रिक से बनाया जाता है। जिसका ब्लड पेनिट्रेशन रेजिस्टेंस टेस्ट किया जाना होता है। इस टेस्ट में सफल होने पर ही कवर ऑल बनाने में उस फैब्रिक का थोक में उपयोग किया जाता है। उल्लेखनीय है कि भारत में सिट्रा, कोयंबटूर और डीआरडीई ग्वालियर दो ही ऐसे प्राधिकृत लैब हैं, जहाँ इस फैब्रिक का टेस्ट किया जाता है। देश में केवल दो टेस्टिंग लैब होने के कारण, इसके टेस्ट में एक बड़ी समस्या है, जो इसके थोक उत्पादन की दिशा में बड़ी बाधा है। इस फैब्रिक की टेस्टिंग में सीमित विकल्प होने के कारण आयुध निर्माणी कानपुर द्वारा इसके टेस्टिंग उपकरण को डिजाइन और मैन्युफैक्चर करने का निर्णय लिया गया। केवल 8 घंटे के अंदर इसका पहला प्रोटोटाइप डेवलप करते हुए इसे आयुध उपस्कर निर्माणी, कानपुर को दिनांक 31 मार्च 2020 को सुपुर्द किया गया। यह उपकरण एएसटीएम एफ 1670-03 और आईएसओः 16603-2004 के मानकों के अनुरूप है। इसके उपरांत आयुध निर्माणी कानपुर ने पांच और उपकरण तैयार किए, जिन्हें आयुध वस्त्र निर्माण शाहजहांपुर और आयुध उपस्कर निर्माणी हजरतपुर को भी जारी किया गया है।  आयुध निर्माणी कानपुर के इन अभिनव प्रयासों के फलस्वरुप इन निर्माणियों में इसका थोक में उत्पादन शुरू किया जा सका है। आयुध निर्माणी कानपुर उक्त टेस्ट के लिए एनएबीएल प्रत्यायन (एक्रीडिशन) हासिल करने के लिए भी आवेदन किया है ताकि आयुध निर्माणी कानपुर के गुणवत्ता नियंत्रण लैब में ही इसका टेस्ट किया जा सका।

 

फुटकर दुकानदारों को दवाओं की आपूर्ति के लिये जिलाधिकारी ने निर्देश जारी किये

 कानपुर । होलसेल मार्केट से फुटकर में आपूर्ति निर्बाध  रुप से होती रहे इस पर प्रशासन ने आदेश जारी करते हुये पत्र झारी किया जिसके तहत फुटकर दुकानों मे दवाओं की कमी न हो सके। जिलाधिकारी डॉ0 ब्रह्म देव राम ने निर्देशित करते हुए कहा कि शासन के निर्देशों के अनुसार कानपुर जिले में औषधियों की सुगम उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु समस्त दवा व्यापारियों को निर्देशित किया जाता है कि बिरहाना रोड थोक दवा बाजार प्रातः 8:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक खोला जाएगा।


प्रत्येक दवा व्यापारी सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते हुए  बाजार में क्रय-विक्रय करना सुनिश्चित करें इस आदेश के विषय में स्थानीय पुलिस प्रशासन को अवगत करा दिया गया है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा सभी दवा व्यापारियों के पास बनाए जा रहे हैं जिसके लिए  विभागीय कार्यालय में दवा  व्यपारी   सम्पर्क कर  औषधि निरीक्षक श्री संदेश मौर्य कानपुर नगर से संपर्क कर सकते हैं। मोबाइल नंबर 99 56590 933 है। साथ ही उन्होंने  कलक्टरगंज , थोक व्यपारियो को भी  सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपनी दुकानें खोलने के लिए निर्देशित किया । ताकि होम डिलीवरी करने वालों को आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई में असुविधा ना हो।

 

फेरी वालो से होशियार बिना आई डी न करे ख़रीद दारी....... 

कानपुर। कोरोना सक्रमण के चलते डोर टू डोर फेरी वालो से इस समय होशियार रहने की सख्त जरूरत है । जिला प्रशासन ने जनता की सुविधा के लिए और सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे । इसलिए यह सुविधा जनता के लिये उपलब्ध कराई है । लेकिन जब हमारे संवाददाता रुद्र प्रताप शर्मा ने इस बात की पड़ताल किया तो मामला बड़ी लापरवाही भरा नजर आया। फेरी करने वाले न तो मास्क लगाते है और न ही सोशसल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते है और तो और जबकि यह फेरी वाले थोक बाजार से होकर गली गली फेरी करते है।  जिससे संक्रमण की स्थिति और गंभीर बन जाती है  इस बात को बड़ी गंभीरता से लेना चाहिए। और जो भी व्यक्ति फेरी लगा रहा है उसकी आधार कार्ड से आई डी का भी निर्धारण किया जाए ।


उनका स्वास्थ्य विभाग द्वारा परीक्षण भी करवाया जाए। ताकि सही व्यक्ति ही  होम डिलीवरी सेवा दे नही तो कानपुर बड़े संकट में फस सकता  है। जिला प्रशासन को चाहिए कि सही व्यक्ति को जांच करके आईडी बनाये ।जैसा कि एक मामला  सोशसल मीडिया में ज्यादा अभी वायरल हो रहा है कि लोग सब्जी ,फल वाले थूक और झूठे पानी से कुल्ला करके फलो और सेब्जी को धोकर बेचते पाये गये है । इन सब से बचने के लिए जिला प्रशासन को इसमें सतर्कता बरतनी चाहिए।और ऐसे फेरी वालो पर सख्त निगाहे रखनी चाहिए।तभी कोरोना से जंग जीत सकते है।ऐसे में बड़ा सवाल यह कि क्या पुलिस प्रशासन ऐसे फेरी वालो पर निगाहे रख पाएंगे ?