पारस प्रेम न्यूज़ कानपुर

 








 

विश्व हिन्दू महासंघ ने आनंद सिंह विष्ट को दी श्रद्धांजली

भानु प्रताप सिंह

कानपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं विश्व हिन्दू महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगी आदित्यनाथ के पिता स्व0 आनन्द सिंह विष्ट की तेरहवीं श्राद्ध में विश्व हिंदू महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष भिखारी प्रजापति के निर्देश पर महासंघ के सभी कार्यकर्ताओ ने अपने अपने घर भोजन बनाकर थाली में परोसकर गौमाता की पूजा अर्चना करके सम्मान पूर्वक खिलाया एवं जल भी पिलाया।गौ माता को भोजन कराने का एक खास उद्देश्य यह है कि भारत में गाय को देवी का दर्जा प्राप्त है। गाय के भीतर देवी-देवताओं का वास माना गया है। गाय को किसी भी रूप में सताना घोर पाप माना गया है। उसकी हत्या करना तो नर्क के द्वार को खोलने के समान है, जहां कई जन्मों तक दुख भोगना होता है।


अथर्ववेद में कहा गया है- 'धेनु सदानाम रईनाम' अर्थात गाय समृद्धि का मूल स्रोत है। गाय समृद्धि व प्रचुरता की द्योतक है। वह सृष्टि के पोषण का स्रोत है। वह जननी है।सनातन धर्म के अनुसार 84 लाख योनियों का सफर करके आत्मा अंतिम योनि के रूप में गाय बनती है। गाय लाखों योनियों का वह पड़ाव है, जहां आत्मा विश्राम करके आगे की यात्रा शुरू करती है। आनंद सिंह विष्ट को इससे अच्छी श्रद्धांजलि नही हो सकती।महानगर अध्यक्ष आन्सी हिन्दू  सहित उपाध्यक्ष किरन हिन्दू, महामंत्री ममता चौहान,मंत्री सोनिया दतवानी ,समायरा ठाकुर,कल्याणपुर विधानसभा संरक्षक निशा मिश्र,विधानसभा मंत्री सुशीला मिश्रा,सोनल मिश्रा व अन्य पदाधिकारियों ने अपनी अपनी सोसाइटी में गौ माता को भोजन कराकर श्रद्दांजलि दी।

आईजी की उपस्थिति में यात्रियों को  भेजा गया उनके गृह जनपद

स्पेशल ट्रेन साबरमती द्वारा गुजरात से 1200 यात्री पहुंचे थे कानपुर सेंट्रल

बृज भूषण यादव उर्फ राजेश

कानपुर। दूसरे राज्यो में फंसे प्रवासी कामगारों को उनके घर पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा श्रमिक स्पेशल ट्रेन संचालित की गयी है। रविवार को स्पेशल ट्रेन साबरमती द्वारा गुजरात से 1200 यात्रियों को लेकर कानपुर सेंट्रल पहुंची। यात्रियों को सेंट्रल पहुंचने।


के साथ ही उनकी थर्मल स्क्रीनिंग करायी गयी। नगर के आईजी मोहित अग्रवाल स्वयं उपस्थित होकर सारी व्यवस्थाओं का निरंतर जायजा लेते रहे और निरीक्षण करते रहे। यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए 40 बसों की व्यस्था की गयी। ग्रुप बनाकर यात्रियों को बसों में बिठाकर रवाना किया गया। इस दौरान यात्रियों को पानी व खाने की व्यवस्था कराई गयी,  आईजी तथा उपस्थित पुलिसअधिकारियों ने ताली बजाकर बसों को रवाना किया।

यात्रियों को नही हुई कोई परेशानी- 

कानपुर के आईजी जोन मोहित अग्रवाल ने बताया कि लाॅकडाउन के दौरान उत्तर प्रदेश के कामगार गुजरात में फंसे थे,उन्हे उनके घर तक पहुंचाने के लिए सरकार द्वारा स्पेशलट्रेनचलवाईगयीहै,जो 1200 यात्री  को ले करकानपुर सेंट्रल पहुंची है।  उन्होंने बताया कि 40 बसें लगाकर उन्हे प्रदेश केविभन्न जनपरो में भेजा जा रहा है। यह लोग प्रदेश के लगभग 50 जनपदो के है। इनके ग्रुप बना करके पहले इनकी थर्मल स्क्रीनिंग कराई गयी, फिर मेडिकल चेकअप हुआ, जो लोग स्वस्थ थे उनको अलग करते हुए, उन्हे जनपदवार बसों में बिठाया गया तथा उनके खाने-पीने की व्यवस्था भी की गयी।उन्होने बताया कि विभिन्न जनपदो के मजिस्ट्रेटों को भी जानकारी दे दी गयी है, कि वह भी वहां उनके रूकने की व्यवस्था करें।


कोरोना से पाँचवी मौत के साथ 17 और पॉजिटिव मिलें

दिव्या मिश्रा

कानपुर। जिले में ताबड़तोड़ वायरस का संक्रमण फैल रहा है। रविवार को एक बार फिर रिकार्ड 17 नए संक्रमित केस सामने आने से हड़कंप मच गई। इसमें वृद्धा के मरने के बाद कोरोना संक्रमण की पुष्ट होने के बाद प्रशासन ने अब रंजीत पुरवा को सील करने की तैयारी शुरू कर दी है। शहर में अब तक मिले कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 253 हो गई है, इसमें 19 स्वस्थ हो चुके हैं और 5 की मौत हो चुकी है।


इस तरह मौजूदा समय में कोरोना पॉजिटिव 228 एक्टिव केस हैं।

रंजीत पुरवा निवासी 75 वर्षीय वृद्धा को बुखार एवं सांस लेने में तक्लीफ होने पर 29 अप्रैल को हैलट के कोविड-19 हॉस्पिटल की फ्लू ओपीडी में लाया गया था। गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें तत्काल न्यूरो साइंस सेंटर स्थित कोविड आइसीयू में शिफ्ट कर दिया था। 30 अप्रैल की सुबह नमूना जांच के लिए मेडिकल कॉलेज की कोविड लैब भेजा था। इलाज के दौरान सुबह उनकी मौत हो गई थी। उधर रविवार सुबह कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी होने पर आइसीयू का सैनिटाइजेशन कराया गया है।  

सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला ने बताया कि मेडिकल कॉलेज से 158 और लखनऊ के केजीएमयू से 28 सैंपल की रिपोर्ट आई है। 186 नमूनों की जांच रिपोर्ट में 17 केस पॉजिटिव और 169 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इससे पहले कोरोना वायरस की जांच के लिए नमूने ले लिए गए थे। हालांकि जांच रिपोर्ट में अंकित है कि नमूने पहली मई को लैब में रिसीव हुए। अब वृद्ध महिला के संक्रमण की हिस्ट्री एकत्र की जा रही है। जिले में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या पांच हो गई है। 

डॉक्टर समेत 19 की रिपोर्ट निगेटिव

मेडिकल कॉलेज की जांच रिपोर्ट में हैलट अस्पताल के एक डॉक्टर, एक पैरामेडिकल स्टाफ और मेडिकल कॉलेज के सर्वेंट क्वार्टर में रह रहे व्यक्ति समेत 19 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसमें 17 लोग अलग- अलग इलाकों से हैं, जिनकी हैलट में जांच के बाद नमूने लिए गए थे।

कोरोना से लड़ने के लिए सामान बना रहे ओइएफ कर्मचारियों का किया अभिनंदन

दिव्या मिश्रा


कानपुर। कोरोना वायरस से अस्वस्थ नागरिकों के लिए आइसोलेशन टेन्ट पीपीई किट बना रहे ऑडनेंस इक्विपमेंट फैक्ट्री के कर्मचारियों का विधायक सुरेंद्र मैथानी एवं आशीष पांडे राष्ट्रीय अध्यक्ष रिपब्लिकन मजदूर फेडरेशन आठवले ने पुष्प वर्षा कर अभिनंदन किया ,साथ ही 3 कर्मचारियों को विशेष रुप से  सम्मानित किये जाने वालों में बीपी यादव कनिष्क कार्य प्रबन्धक  जिन्होंने पिछले 25 वर्षों में प्रतिदिन सुबह 7:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक 12 धन्टे फैक्ट्री को सेवाएं दे रहे है और इन्हें चेयरमैन ऑडनेंस फैक्ट्री बोर्ड ,मुख्यालय कानपुर और फैक्ट्री ने भी कई बार पुरस्कृत किया है साथ ही भावना तिवारी कनिष्क कार्य प्रबंधक जिन्होंने पी पी किट और आइसोलेशन टेन्ट के उत्पादन में असाधारण सहयोग किया और कम समय में उत्पादन देने में जी जान लगाकर मेहनत की भावना तिवारी को पूर्व में बोर्ड ने पुरुस्कृत किया है साथ ही पीपीई किट और आइसोलेशन टेन्ट का डिजाइन बनाने वाले कर्मचारी मुनीश का की अभिनंदन किया गया विधायक मैथानी ने कहा कि आइसोलेशन टेन्ट बनाकर ओइएफ के कर्मचारियों ने पूरे देश में कानपुर का गौरव बढ़ाया है रिपब्लिकन मजदूर फेडरेशन अध्यक्ष आशीष पांडे ने कहा कि लाकटाउन के समय काम करने वाले ऑर्डिनेंस कर्मचारी मेडिकल पुलिस आदि के समकक्ष कार्य कर रहे हैं। फेडरेशन के राष्ट्रीय महासचिव राहुलन अंबावडे कर ने कार्यक्रम का संचालन किया।

मनाया गया इंटक का 74वां  स्थापना दिवस

रचना यादव

कानपुर। इंटक के74 वे स्थापना दिवस के अवसर पर  इंटक कानपुर के जिलाध्यक्ष एवं ओईएफ़ फूलबाग कानपुर किला मज़दूर यूनियन के अध्यक्ष सिद्धनाथ तिवारी ने इंटक के सभी सदस्यों के साथ देश के  सभी कामगारों,मजदूरों को हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि इंटक की  स्थापना 3 मई 1947 को हुई थी । जिसका मुख्य उद्देश मजदूरों के हितों की रक्षा के साथ सभी को समानता का अधिकार दिलाना था । आज़ देश में इंटक के सदस्यों की संख्या करोड़ों में पहुँच गई है । जिसकी मुख्य वज़ह इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.जी.संजीवा रेड्डी का कुशल नेतृत्व और इंटक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक सिंह की मजदूरों,कामगारों के हितों की रक्षा के लिये जमीनी स्तर से लेकर हर मोर्चे पर संघर्ष करने की साफ-सुथरी छवि है । सिद्धनाथ तिवारी ने कहा कि आज़ कोरोना संकट के समय सबसे ज्यादा परेशान मज़दूर वर्ग ही हो रहा है और सरकारें मजदूरों की समस्यौ की तरफ़ तनिक भी गम्भीरता से ध्यान नहीँ दें रही हैं । आज़ मजदूरों की दयनीय स्थिति के लिये सरकार की पूँजीवादी नीतियां जिम्मेदार हैं । इंटक के स्थापना दिवस के अवसर पर ओईएफ़ किला मजदूर यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष समीर बाजपेई ने कहा कि आज़ पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है और इस गम्भीर महामारी से देशवासियों की रक्षा और कोरोना योद्धाओं के लिये आयुध उपस्कर निर्माणी ( ओईएफ़) कानपुर का हर कर्मचारी अपनी जान-जोखिम में डालकर कोरोना योद्धाओं के लिये कवर आल मेडिकल शूट और मेडिकल टेंट के निर्माण में लगा हुआ है ।स्थापना दिवस के अवसर पर किला मज़दूर यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष समीर बाजपेई ने ओईएफ़ के सभी कामगार साथियों को हार्दिक शुभकामनाएँ प्रेषित करते हुए कोरोना संकट के समय उनके अमूल्य योगदान पर सभी को बधायी दी ।