पारस प्रेम कानपुर न्यूज़

ब्लड बैंंक में ब्लड की कमी के कारण डीएम ने की रक्तदान की अपील








एक यूनिट ब्लड से बच सकती है तीन लोगों की जान- जिलाधिकारी

कानपुर। जिलाधिकारी  डॉ0 ब्रह्म देव राम तिवारी ने समस्त जनपद वासियों के स्वस्थ्य व्यक्तियों से अपील करते हुए कहा कि रक्तदान अवश्य करे, क्योंकि एक यूनिट रक्त तीन अंजान व्यक्ति की जान बचाता है । लोगो का जीवन बचाने के लिए लोग आगे आए। इस महामारी के समय रक्तदान  कर देश सेवा करे। जिस तरह जनप द वासी भोजन , पानी वितरण करने में  इस महामारी से  लड़ने के लिए  आगे आ रहे उसी तरह से रक्तदान करने में भी लोग आगे आए। इस समय देश कोरोना जैसी भयानक महामारी से जूझ रहा है पूरे देश में लॉक डाउन घोषित है।

जिस कारण लोगों की आवाजाही बंद है इस कारण ब्लड बैंक रक्त की कमी से जूझ रहे हैं महामारी को देखते हुए ब्लड की अनुपलब्धता डॉक्टरों के लिए परेशानी पैदा कर रही है जिसको देखते हुए जिलाधिकारी ने समस्त जनपद वासियों के स्वस्थ व्यक्तियों से रक्तदान करने की अपील की और कहा कि जिस तरह जनपद वासियों ने इस आपदा के समय सहयोग किया है उसी तरह रक्तदान करके भी सहयोग दें क्योंकि एक यूनिट रक्त 3 लोगों की जिंदगी बचा सकता है।

 

आग से जलकर गृहस्थी हुई राख

दमकल की 3 गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू

कानपुर। गोविन्दनगर थाना अन्तर्गत रतन लाल नगर चौकी समीप गुजैनी-सी ब्लाक भीम नगर कच्ची बस्ती में बुधवार देर रात अचानक भीषण आग लग गई।जिसे देख इलाकाई लोगो कि भीड़ जमा हो गयी और  लोगो मे शोर मचने लगा जिसकी सूचना स्थानीय लोगो ने पुलिस को दी सूचना पाकर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने दमकल को आग लगने कि सूचना देकर उन्हे घटनास्थल पर बुलवाया जिसकी जानकारी मिलते ही लगभग सवा एक बजे घटनास्थल पर पहुंची दमकल कि तीन गाड़ियां आग पर काबू पाने मे जुट गयी  कड़ी मशक्कत के बाद ढाई बजे आग पर काबू पाया जा सका। दमकल द्वारा आग पर काबू पाने से पहले ही गरीब परिवारों की गृहस्थी झोपडे, रोजी-रोटी समेत कमाने का सारा साधन (दुकाने) जलकर पूरी तरह से राख हो चुका था। सी-ब्लॉक स्थित कच्ची बस्ती के बीचों-बीच ट्रांसफार्मर लगा हुआ है। क्षेत्रीय लोगों के मुताबिक, मंगलवार शाम और बुधवार सुबह दो-तीन बार ट्रांसफार्मर मे शॉर्टसर्किट हुआ था जिसके चलते काफी तेज चिंगारी भी निकली थी।


जिसकी जानकारी केस्को को दी गई थी, लेकिन अफसरों ने उनकी बातो को ध्यान नहीं दिया था। और बुधवार रात  बस्ती के बीच लगे उसी ट्रांसफार्मर मे दोबारा शार्ट-सर्किट हुआ था जिससे ट्रांसफार्मर ने आग पकड़ली और उसी आग ने धीरे-धीरे विकराल रूप लेकर गरीबो कि दुकानो समेत पूरी बस्ती को जलाकर खाक कर दिया। जानकारी के अनुसार आग से दबौली निवासी राजू आहूजा का टेंट हाउस का समान, मर्दनपुर निवासी बाबू के बैंड बाजा की दुकान, बस्ती के महेशचंद्र का किराना स्टोर समेत उसी जगह पर बने कच्चे मकान की गृहस्थी का समान, अखिलेश यादव की रजाई-गद्दा की दुकान व गृहस्थी का समान, उमेश मौर्या की लइया-चना की दुकान समेत गृहस्थी का समान सब आग से जलकर पूरी तरह राख हो गया।

 

चिडि़याघर को कोरोना की रोकथाम के लिए किया सैनिटाइज़ड

कानपुर। चिड़ियाघर के प्रवेश द्वार पर सभी वाहनों को सेनिटाईज़ किया जा रहा है और टायर स्नान के माध्यम से प्रवेश किया जा रहा है।चिड़ियाघर के कर्मचारियों की किसी भी बीमारी के लिए पहले जांच की जाती है और फिर उनके हाथों को धोकर साफ किया जाता है। इसके अलावा चिड़ियाघर के गेट पर स्प्रे मशीन की मदद से कर्मचारियों को सेनीटाइज़ किया जाता है।सभी फील्ड स्टाफ को आवश्यक सुरक्षात्मक गियर प्रदान किए गए हैं। सभी बाड़ों को नियमित रूप से सेनीटाइज़ किया जा रहा है।

उपलब्ध पीपीई किट के अलावा अधिक पीपीई किट खरीदे जा रहे हैं।बड़ी बिल्लियों के घरों में सीसीटीवी नेटवर्क को और मजबूत किया जा रहा है। प्रत्येक पशु विशेषकर फेलिड्स पर चिड़ियाघर के पशुचिकित्सा अधिकारी द्वारा स्वास्थ्य के मुद्दों पर नजर रखी जा रही है।


चिड़ियाघर के प्रभारी पशुचिकिसाधिकारी डॉ आर के सिंह नियमित रूप से किसी भी घटनाक्रम और सलाह के आदान-प्रदान के लिए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, कानपुर के संपर्क में हैं। सभी फेलिड्स को इम्युनोमोड्यूलेटर के साथ मीट दिया जा रहा है। सभी सीजेडए और आईवीआरआई दिशा निर्देश पहले से ही 17 मार्च से लागू किए गए हैं, लेकिन अब उन्हें और मजबूत किया जा रहा है।

 

पांच हजार लोगों को प्रतिदिन मिलता है भोजन इंदिरा रसोई से

कानपुर। लॉक डाउन के चलते इस समय  छोटे तबके की रसोई सुनसान है चूल्हा ठंडा पड़ा है बाहर निकलने की पाबंदी से रोज कमाने खाने वालों पर आफत आ गई है ऐसे में बेसहारा लोगों के लिए इंदिरा रसोई मजबूत सहारा बनकर उभरी है।


शहर के जाने-माने समाजसेवी व इंटक नेता विजय सिंह मार्तोलिया ने इंदिरा रसोई के माध्यम से छोटे तबके दिहाड़ी मजदूर रिक्शेवाले चार पहिया ठेला वाले लोगों को प्रतिदिन भोजन मुहैया करा कर इन लोगों की चिंताओं को कम किया है विजय सिंह का कहना है कि प्रतिदिन लगभग इंदिरा रसोई से 5000 लोगों को भोजन वितरित किया जा रहा है शहर की मलिन बस्तियों में जैसे कि डबल पुलिया मलिन बस्ती विजयनगर शास्त्री नगर नमक फैक्ट्री चौराहा काकादेव  विनायकपुर केशव पुरम कल्याणपुर शिवली रोड रतनपुर कॉलोनी गंभीरपुर गांव बगिया रावतपुर गांव छपेड़ा आदि क्षेत्रों में हमारी टीम ने लगातार भोजन वितरित किया है और जब तक लॉक डाउन नहीं खुलता है तब तक भोजन वितरित होता रहेगा इस कार्य में हमारे साथ श्याम देव सिंह राजू द्विवेदी उषा रानी कोरी चंचल कुशवाहा अतुल कुशवाहा लक्ष्मी ठाकुर दीपू आडवाणी विवेक पांडे विशाल शर्मा विनीता मौर्या आदि का हमें पूरा सहयोग मिल रहा है और आशा है आगे भी मिलता रहेगा लेकिन मेरा अटल इरादा है कि इंदिरा रसोई के मार्फत हर भूखे को भोजन उपलब्ध होता रहेगा।

 

कानपुर हैलट में अपनों को याद करके रो रहे जमाती

कानपुर। जान पर आई तो अक्ल ठिकाने आई, जिन पर थूका था अब उन्हीं से बोला- हमें बचा लो

कानपुर। देश में कोरोनावायरस के संक्रमण के मामलों को दोगना करने के लिए जिम्मेदार दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से लौटे तब्लीगी जमातियों की बदमिजाजी के मामले खूब आए, जो न इलाज कर रहे डॉक्टरों के लिए परेशानी का सबब बनी थी, बल्कि समाज के लिए भी चिंताजनक थी। लेकिन अब जमातियों को अपनी जान जाने का डर सताने लगा है। कानपुर के हैलट अस्पताल के कोविड-19 वार्ड में भर्ती तीन जमातियों को अपनों की याद सताने लगी है। वे बुधवार को बिलखकर रोने लगे। पैरा मेडिकल स्टॉफ उन्हें सांत्वना देकर शांत कराया। डॉक्टरों पर थूकने वाले जमाती अब जान बचाने की दुहाई कर रहे हैं।


कानपुर में डाक्टरों के साथ तब्लीगी जमात के कोरोना संक्रमित मरीजों ने बदसलूकी की सारी हदें पार कर दी थीं। इलाज करने वाले डॉक्टरों पर जमाती कभी थूकते तो कभी उनके साथ गाली-गलौच करते थे। लेकिन संक्रमित जमातियों को भी अब डर सताने लगा है। हैलट के कोविड-19 वार्ड में एडमिट तीन जमातियों ने बुधवार को पैरा मेडिकल स्टॉफ से बात की। अपनों को याद उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। पैरामेडिकल स्टॉफ ने उन्हे समझा कर शांत कराया। जल्द ही ठीक होने के लिए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा। जमातियों ने पैरामेडिकल स्टॉफ से कहा- ‘परिजन की याद आ रही है। बस आप लोग हमें बचा लो।’

डाक्टरों ने जमातियों को समझाया- जल्द ठीक होने के लिए जो प्रोटोकॉल बताया जाए उसका पालन करें। समय से दी गई दवाओं का खाना पड़ेगा। इसके साथ ही इस संक्रमण से दूसरों को बचाने के लिए जो उपाए सुझाए गए हैं, उसका पालन करना पड़ेगा। जमातियों ने फीवर चार्ट खुद ही भर कर देने की बात मानी है। पैरामेडिकल स्टॉफ ने जमातियों हौसला बढाते हुए जीतकर आने की शुभकामनाएं दी है।

दूसरों राज्यों और जनपदों से 5581 लोग पलायन कर ग्रामीण क्षेत्रों में कानपुर आए हैं। सभी को दवा और खाना और जरूरी चीजों को ध्यान में रखकर इलाज किया जा रहा है। 5065 लोगों को होम क्वारैंटाइन किया गया हैं। अब कानपुर में कारोना संक्रमितों की सख्या 11 हो गई, इनमें 10 जमाती हैं।

निमामुद्दीन मरकज में शामिल होने वाले या जमातियों के संपर्क में आने वाले 125 शहर में छिप कर रहे थे। इनकी तलाश में पुलिस की टीमों के साथ ही साथ एटीएस को लगाया था। 125 लोगों की लिस्ट संबंधित थानों को सौंप दी गई है। बुधवार को 40 लोगों को खोज निकाला गया है। इनके घरों पर पहुंचकर सत्यापन का काम किया जा रहा है। होम क्वारैंटाइन किया जा रहा है, यदि इनमें लक्षण मिलते हैं तो इन्हे आइसोलेट किया जाएगा।

 

महामारी के दौरान पंछियों को पानी और अनाज अवश्य देंं


कानपुर। शास्त्री नगर में रहने वाले मात्र 7 वर्षीय बालक अभिषेक ने देश में फैली कोरोना महामारी के चलते हुए लॉक डाउन में फंसे देशवासियों एवं नगर वासियों को मिल रही मदद पर उस समय प्रश्नचिन्ह लगा दिया जब नन्हे बालक अभिषेक ने अपने पिता से ही पूछ लिया कि क्या पापा पंछियों को भूख नहीं लगती क्या पंछियों को प्यास नहीं लगती नन्हे अभिषेक की बात सुन पिता रामनरेश के द्वारा अभिषेक के द्वारा कही गई अनमोल बात को स्वीकार करते हुए आज से ही उनके द्वारा पंछियों को पत्नी मंजू देवी सहित घर की छत पर पानी और अनाज के बर्तन रखते हुए क्षेत्र में पंछियों के लिए दाना और पानी रखने की अपील की गई नन्हे बालक अभिषेक की मां मंजू देवी ने बताया कि जो बातें हम लोगों नहीं सिखा पाए वह मात्र 7 वर्षीय नन्हे बालक अभिषेक ने प्रेरणा दी इस मौके पर रामनरेश ने बताया कि विगत कई वर्षों से उनके द्वारा मां भगवती इच्छापूर्ति मंदिर चैरिटेबल ट्रस्ट बनाकर समाज सेवा करने का कार्य किया जा रहा जो निरंतर जारी रहेगा हाल ही में उनके द्वारा गंगा बैराज पर मां दुर्गा का भव्य मंदिर निर्माण कार्य जारी है।