पारस प्रेम न्यूज़ कानपुर






ओ ई एफ ने सौ कोविड-19 2 एम मेडिकल टेंट  भेजें उड़ीसा


एक टेंट में 2 मरीज किए जा सकते हैं आइसोलेट


 

 कानपुर। कोरोना वायरस के पूरे देश में व्यापक रूप से पैर पसारते ही ओईएफ़ फूलबाग कानपुर के कोविड-19 मेडिकल टेंट की माँग देश में तेजी से बढ़ने लगी है । जिसके तहत ओडिशा राज्य मेडिकल कॉर्पोरेशन ने ओईएफ़ को 100 कोविड-19 2एम मेडिकल टेंट का ऑर्डर दिया था ।  जिसको आज़ दिनांक 15/4/2020 को आयुध निर्माणी बोर्ड के चेयरमैन हरिमोहन ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये हरी झंडी दिखाकर ओईएफ़ गेट से रवाना किया । चेयरमैन हरिमोहन ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये ओईएफ़ के अधिकारियों से बात करते हुए सभी की जमकर तरीफ करते हुए कहा कि आज आयुध निर्माणी संगठन ने देश को दिखा दिया कि हम देश की सुरक्षा के साथ हर मोर्च पर खरे हैं और संकट के समय कोरोना जैसी महामारी के दौरान बिना जान की परवाह किये अपने लक्ष्य को पूरा करने में जुटे हैं । ओईएफ़ किला मज़दूर यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष समीर बाजपेई ने बताया कि कोविड-19 2एम मेडिकल टेंट का निर्माण वरिष्ठ परीक्षक राजेंद्र शुक्ला, कार्य प्रबंधक उत्पादन अतुल सिंह की देखरेख और कुशल नेतृत्व में ओईएफ़ के साहसी कर्मचारियों ने बहूत ही कम समय में कर लिया। कोविड-19 2एम मेडिकल टेंट पूरी तरह से वाटर प्रूफ होता है जिसमे कोरोना के दो मरीजों को आइसोलेट किया जा सकता है । इस दौरान ओईएफ़ के महाप्रबंधक डी.सी. श्रीवास्तव ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिये देश के किसी भी राज्य को कोविड- 19 मेडिकल टेंट और कवर आल मेडिकल शूट की आवश्यकता होगी । उसे उपलब्ध कराने में ओईएफ़ कोई कोर-कसर नही छोड़ेगी। आज इस दौरान मुख्य रूप से महाप्रबंधक डी.सी. श्रीवास्तव, अपर महाप्रबंधक वी.के.चौधरी, वरिष्ठ परीक्षक राजेंद्र शुक्ला, कार्य प्रबंधक अतुल सिंह,कार्यसमिति सदस्य हरपाल सिंह आदि मौजूद थे।

जिलाधिकारी ने भ्रमण कर परखी होम डिलीवरी की स्थिति

कम्युनिटी किचन में भोजन बनाने में बटाया हाथ

कानपुर। जिलाधिकारी डॉ ब्रह्मदेव राम तिवारी ने  लॉक डाउन होने के बाद होम डिलीवरी व्यवस्था जो  शहर में चल रही उसकी स्थिति एवं नागरिकों की समस्याओं को जानने के लिए चकेरी थाना क्षेत्र के लाल बंगला पदेवनपुर पहुचे। उन्होंने देखा कि एक गली में सीढ़ी लगाकर वेरीकटिंग कर रखा था इस पर जिलाधिकारी उस मोहल्ले के अंदर पहुंचे। उन्होंने यहां के निवासियों से इस बात की जानकारी की तो उनके द्वारा बताया गया कि अनजान व्यक्ति गली में ना आए इसलिए यह व्यवस्था की गई है और जो भी सब्जी फल वाले आते हैं तो मोहल्ले वाले पहले उनका आधार कार्ड देखते हैं फिर उनको अंदर प्रवेश देते हैं  इस पर जिलाधिकारी ने उपस्थित लोगों से बात करते हुए पूछा कि आपको आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति किस प्रकार से हो रही है इस पर उपस्थित महिलाओं ने बताया कि होम डिलीवरी के माध्यम से समस्त आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई हो रही है। इसी बीच मोहल्ले में सब्जी वाला पहुंचा, जिलाधिकारी ने उस सब्जी वाले से सब्जी का भाव पूछा तो उसके द्वारा नॉर्मल रेट बताए गए तथा अन्य मोहल्ले वालों से भी उन्होंने फल सब्जी इत्यादि के मूल्य  के विषय में पूछा तो उनके द्वारा बताया गया कि सामान्य मूल्य  पर उन्हें आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति आसानी से हो रही है।


जिलाधिकारी  ने आइसक्रीम की एजेंसी को देखकर वहां खड़े लोगों से पूछा कि कोई समस्या तो नहीं ,तो उन्होंने बताया कि कोई समस्या नहीं है , इस पर  जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों के लिए आइसक्रीम भी चालू हो जाए तो बहुत अच्छी बात है लेकिन होम डिलीवरी डोर टू डोर गली मोहल्ले में घूम कर ही यह व्यवस्था चालू की जाए कोई भी आइसक्रीम पार्लर नहीं खुलेंगे केवल होम डिलीवरी के माध्यम से ही आइसक्रीम की बिक्री हो तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन हो यह भी सुनिश्चित किया जाए। तत्पश्चात जिलाधिकारी  उसी क्षेत्र के एक मेडिकल स्टोर पहुंचे जहां पर उन्होंने उस मेडिकल स्टोर के मालिक से बात की कि उन्हें कोई समस्या तो नहीं है उनके द्वारा बताया गया कि कोई समस्या नहीं है सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए ही सबको दवा दे रहे हैं।जिलाधिकारी पास के मोहम्मद कलीम के घर में पहुंचे और उनकी बेटी आइशा को कुछ टाफियां दी। जिलाधिकारी ने जगाई पुरवा आनंद नगर क्षेत्र का भ्रमण किया। उन्होंने स्थानीय लोगों से बात की कि सफाई व्यवस्था ठीक है कोई समस्या तो नहीं इस पर स्थानीय लोगों द्वारा बताया गया कि इधर एक-दो दिन से सफाई कर्मी नहीं आया है बाकी सफाई व्यवस्था लगातार हो रही थी। जिलाधिकारी महोदय यहां के पार्षद शरद बाजपेई के द्वारा संचालित कम्युनिटी किचन का निरीक्षण किया एवं भोजन निर्माण में सहयोग किया।

एआईओएफ व यूपी एथलेटिक्स खिलाड़ियों ने गरीबोंं को भोजन की व्यवस्था की

कानपुर। लॉकडाउन- 2 का दिहाड़ी मजदूरों, रिक्शा चालक गरीबों के परिवार पर सबसे ज्यादा मुखमरी का प्रभाव पड़ा है। इसके चलते आल इंडिया ऑर्डनेन्स फैक्ट्री एवम उत्तर प्रदेश एथलेटिक्स के खिलाड़ियों ने अपनी जिम्मेदारी समझते हुये उनके घरों में बच्चों को भोजन पहुंचा कर हर सम्भव मदद करने का भरोसा दिया जिसमें फैक्ट्री के कर्मचारी गोल्ड मेडलिस्ट खिलाड़ी विनय अवस्थी तथा अजय सिंह अपने साथी खिलाड़ियों के साथ निरंतर बेसहारा लोगो को भोजन बाटने का काम कर रहे है, इस कार्य मे विमल पांडेय, रियाज अहमद, सुरेंद्र कुमार, आदि का सहयोग भी सराहनीय रहा।


वही सरसैया घाट पर नाव चलाने वालों के परिवार की भी दयनीय स्थिति कि धार्मिक कार्यक्रमों पर पूर्णतयः प्रतिबध होने के कारण उनके परिवार भी भुखमरी की स्थिति में है यह देखते हुये पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त प्रदीप कुलक्षेष्ठ ने उनकी दयनीय अवस्था को देखते हुये वहा भण्डारें का आयोजन कराया जिससें सरसैया घाट (शहर के सबसे बड़े घाट) पर पण्डों, नाविकों के परिवार ने पूरे दिन चले भण्डारें में गरीबों ने कराया गया जिसमें कुलक्षेष्ठ के सहयोगी सेलेस पाण्डेय, सुनील शुक्ला घाट के पण्डा पं. अजय शास्त्री आदि ने दिया।

40 वर्षीय व्यक्ति ने बेटे संग लगाई फांसी 

बीवी के मौत के चलते चल रहा था डिप्रेशन में

कानपुर। कुछ महीने पहले हुई बीवी की मौत के बाद डिप्रेशन में जी रहे 40 वर्षीय व्यक्ति ने अपने इकलौते 8 वर्षीय बेटे को फांसी पर लटका कर खुद भी फांसी लगाकर जान दे दी सुबह जब लोगों को पता लगा तो पुलिस को सूचना दी गई पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को सील कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा

  हरवंश मोहाल थाना क्षेत्र के अंतर्गत गढ़वाली पुरवा के पास मिलन अपार्टमेंट में  40 वर्षीय व्यक्ति ने  ने अपने 8 साल के बच्चे को फांसी के फंदे से लटकाया उसके बाद वह खुद फांसी के फंदे पर लटक गया  और अपनी जान दे दी घटना की जानकारी देते हुए  मृतक के भाई ने बताया कि मृतक हेमंत एलआईसी एजेंट का काम करता था  कुछ महीने पहले बीमारी के चलते हेमंत की पत्नी की मौत हो गई थी जिसके कारण हेमंत डिप्रेशन में चला गया बीवी की मौत के बाद से ही हेमंत का इलाज चल रहा था परिवार वाले भी जब तब हेमंत की देखभाल करते रहते थे और उसको फोन करके उसका हालचाल भी लेते थे लेकिन पता नही क्यों उसने आज ये कदम उठाया, सूचना पर पहुंची हरबंश मोहाल की पुलिस ने दोनों शवों को सील कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

रंग लाएगी महिला व्यापारियों की पहल

कानपुर। एक ओर जहां लॉकडाउन के चलते लोग अपने-अपने घरों में कैद हैं वहीं दूसरी और उन्हें अपनी रोजी-रोटी की चिंता सता रही है ऐसे मुश्किल हालात में रोज कमाने खाने वाले खासतौर पर वे महिलाएं जो स्वयं परिवार की मुखिया है अपने परिवार के भरण पोषण को लेकर काफी चिंतित है !


कानपुर ग्रामीण उद्योग व्यापार मंडल" महिला इकाई ऐसी महिलाओं को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए फोन एवं व्हाट्सएप के माध्यम से "दैनिक घरेलू उत्पाद" खासतौर पर 'पूजा-घर' और 'रसोई' में प्रयोग की जाने वाली वस्तुओं एवं सामग्री को तैयार करने की सलाह एवं प्रशिक्षण प्रदान कर रही है जिससे कि वे महिलाएं अपने अपने घरों में रहकर ही ससम्मान काम कर सकें !इन महिलाओं द्वारा तैयार की गई वस्तुओं एवं सामग्री को संगठन के पदाधिकारी और सदस्य अपने घर एवं प्रतिष्ठान में प्रयोग हेतु क्रय करेंगे जिससे कि इन महिलाओं को चार पैसे की आवक होगी ! महिला इकाई अध्यक्ष मिथलेश गुप्ता के अनुसार इन जटिल हालातों के चलते यदि लॉकडाउन की अवधि और बढ़ाई जाती है तो संगठन जल्द ही अपनी ओर से एक मोबाइल नंबर जारी कर महिलाओं द्वारा तैयार इस सामग्री को होम डिलीवरी के माध्यम से घर-घर पहुंचाने का काम करेगा !