पारस प्रेम न्यूज़ कानपुर भानु प्रताप सिंह

 





 





सीएचसी में पॉजिटिव युवक ने सेनिटाइजर पीने से हडंकप, हैलड के कोविड-19 रिफर

कानपुर। सरसौल सीएचसी के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना संक्रमित झारखंड के युवक ने गुरुवार की सुबह सेनिटाइजर पीकर जान देने की कोशिश की। इसकी जानकारी होने पर मेडिकल स्टॉफ में अफरा तफरी मच गई। आनन फानन उसे हैलट के कोविड-19 हॉस्पिटल में शिफ्ट कराया गया है।


कानपुर देहात जनपद में भादोही साहेबगढ़ झारखंड से युवक आया था, स्वास्थ्य विभाग ने उसकी जांच कराई तो वह कोरोना पॉजिटिव आया था। कोरोना जांच रिपोर्ट आने के बाद कानपुर देहात के स्वास्थ्य महकमे ने बुधवार की शाम युवक को कानपुर के सीएचसी सरसौल के आइसोलशेन वार्ड में भेज दिया था। सरसौल सीएचसी के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना संक्रमित युवक ने गुरुवार की सुबह सेनिटाइजर पीकर आत्महत्या की कोशिश की। इससे उसकी हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उसे पहले ट्रामा सेंटर रामादेवी भेजा। वहां के चिकित्सकों ने भर्ती करने से इनकार कर दिया तो उसे गंभीर हालत में एलएलआर अस्पताल (हैलट) ले जाया गया।

सीएमओ व अपर निदेशक स्वास्थ्य के निर्देश पर संक्रमित युवक को कोविड-19 हॉस्पिटल के आइसोलेशन में भर्ती कराया गया है। सरसौल सीएचसी अधीक्षक एसएल वर्मा ने बताया कि युवक को मिर्गी का दौरा भी पड़ता है और वह झारखंड का रहने वाला है। वहीं कानपुर देहात जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि यह पता किया जा रहा है कि भादोही साहेबगढ़ झारखंड का युवक कानपुर देहात में कब आया था और कहां पर रुका था।

मेडिकल कॉलेज संबद्ध अस्पतालों में हाई अलर्ट, बाहरी लोगों का कालेज में प्रवेश प्रतिबंधि

कानपुर में जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, हैलट और संबद्ध अस्पताल में हाई अलर्ट लागू हो गया है। हैलट के एक नॉन पीजी जूनियर डॉक्टर के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद कॉलेज और अस्पतालों में दहशत बढ़ गई है। इसके साथ ही जच्चा-बच्चा अस्पताल में एक महिला कोरोना पॉजीटिव आ गई।


मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. आरती लालचंदानी ने विभागाध्यक्षों की बैठक में कॉलेज परिसर में बाहरी लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है। बैठक में निर्देश दिए गए हैं कि हॉस्टल में छात्रों को पैक खाना दिया जाएगा। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग पालन करने के लिए कहा गया है।

अस्पतालों की इमरजेंसी में कंसल्टेंट, जूनियर डॉक्टर और रेजीडेंट पीपीई किट में कोरोना प्रोटॉकाल का पालन करके मरीजों को देखेंगे। इसके साथ ही जच्चा-बच्चा अस्पताल में आने वाली प्रत्येक गर्भवती महिला की जांच कराई जाएगी। इसके साथ ही रोगियों के साथ आने वाले तीमारदारों के यूनिट में घुसने पर पाबंदी लगाई जा रही है।

बाहरी लोगों का कॉलेज परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। कॉलेज में माइक से कहा गया कि वार्डन छात्रावासों में रहें और छात्रों की जांचें सुनिश्चित कराएं। इसके साथ ही छात्र-छात्राओं के बाहर घूमने पर पाबंदी लगा दी गई है। बहुत जरूरत पर वे अधिकारियों की अनुमति से ही बाहर जाएंगे।

- एक मरीज पर प्रतिदिन 18822 का खर्च, बढ़ीं चिंताएं।

शहर में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए सेंटर बनाए गए हैलट अस्पताल में कोरोना के हर मरीज पर रोज करीब 18,822 रुपये खर्च हो रहे हैं। इस खर्च ने अस्पताल प्रशासन की चिंताएं बढ़ा दी हैं। खर्च आपदा राहत मद से लेने की कोशिश की जा रही है।  

कोरोना संक्रमित का इलाज हैलट परिसर स्थित मेटरनिटी विंग और न्यूरो साइंस सेंटर में 200 बेड तैयार किए गए हैं। इनमें 85 मरीज भर्ती हैं। 

इनके इलाज में अस्पताल प्रशासन को न सिर्फ दवाएं देनी पड़ रहीं हैं बल्कि इनके पौष्टिक भोजन, मिनरल वाटर से लेकर इनके इलाज में लगाए गए डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ, सुरक्षा उपकरणों, डॉक्टरों के होटल खर्च समेत कई मदों पर रोज लाखों रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं।

कोरोना मरीजों के लिए डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ समेत करीब 250 कर्मियों की ड्यूटी हैलट में लगाई गई है। अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके मौर्या ने बताया कि रोज करीब 10 लाख रुपये की पीपीई किट खर्च हो रही हैं।मास्क, ग्लव्ज, सैनिटाइजेशन, नाश्ता, खाना समेत अन्य खर्चे अलग हैं। मरीजों, पैरामेडिकल स्टाफ समेत कोरोना मरीजों के लिए ड्यूटी करने वाले सभी कर्मियों का नाश्ता, खाना अस्पताल की मेस में बन रहा है। खाने में रोटियां, दाल, चावल, सब्जी, सलाद, अचार दिया जा रहा है। डॉक्टरों के लिए होटल में व्यवस्था की गई है। हर मरीज पर रोज हजारों रुपये खर्च हो रहे हैं। इसके लिए बहुत धनराशि की जरूरत पड़ रही है।  

कार्डियोलॉजी मे शुरु हुई टेलीमेडिसिन 

कानपुर। हृदय रोग संस्थान के कार्डियक सर्जरी एवं कार्डियक मेडिसिन विभाग में टेलीमेडिसिन ओपीडी की सुविधा शुरू की गयी जिससे मरीजों को संस्थान में बहुत जरूरी हो तभी आना पड़े और डाक्टरों से हृदय रोग मामूली समस्याओं से दो-चार न होना पड़े। संस्थान के निर्देशक विनय कृष्णा बताया कि फोन के द्वारा चिकित्सक मरीजों को सलाह देगें, गंभीर मरीजों को संस्थान बुलाया जायेगा। टेलीमेडिसिन ओपीडी के लिये डा. राकेश वर्मा कार्डियक सर्जरी सोमवार व गुरुवार 10 से 2 बजे, डा.प्रवीन शुक्ला कार्डियक मेडिसिन सोमवार से शुक्रवार 10 से 2 बजे, डा.नीरज वर्मा सर्जरी मंगलवार, बुधवार, शुक्रवार और शनिवार 10 से 2 बजे, वही कार्डियक मेडिसिन दोपहर 2 से शाम 6 बजे डा. एस के सिन्हा, डा. एके शर्मा, डा. एम.एम. रिजवी, डा. मोहित सचान द्वारा मरीजों को मोबाइल पर सलाह दी जायेगी।

कार्डियक सर्जरी का मोबाइल नम्बर- 7380996666 कार्डियक मेडिसिन मो. न. - 812792222, टेलीमेडिसिन आकस्मिक का मो. न. 9519354444 पर सम्पर्क कर सकेगें।

गरीबों के लिए संचालित रसोई बंद

यदि लॉक डाउन बढ़ा तो पुनः चालू होगी रसोई


कानपुर। पिछले 1 महीने से नारायणी देवी धर्मशाला परेड में गरीबों के लिए मुफ्त भोजन व्यवस्था संचालित करने वाली गरीबों की रसोई बंद हो गई पिछले 1 महीने से धर्मशाला में प्रतिदिन लगभग 15 सौ पैकेट तैयार करवा कर गरीबों को पुलिस के माध्यम से निशुल्क वितरित किए जाते थे इस मामले में जब कानपुर क्लब के चेयरमैन कुंवर जी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि रसोई बंद कर दी गई है क्योंकि हमारे पास 1 महीने तक ही भोजन बनाने का आदेश था यदि लॉक डाउन बढ़ता है और आदेश मिलता है तो रसोई पुनः भोजन तैयार कर वितरित करवाएगी अभी तक रसोई से बेसहारा लोगों को भोजन मिलता रहा। आज रसोई बंद होने पर मुझे खेद है लेकिन बिना आदेश के कोई कार्य नहीं हो सकता है इसके लिए मुझे अफसोस है यदि आदेश मिलता है तो हम लोग पुनः बेसहारा लोगों की सेवा करने के लिए तत्पर होंगे रसोई के संचालन में प्रमुख रुप से प्रेसिडेंट शैलेंद्र अग्रवाल प्रोजेक्ट चेयरमैन पीयूष अग्रवाल तथा नारायणी देवी धर्मशाला के मैनेजर शिवम अग्निहोत्री का पूरा सहयोग रहा।

पूजा करने निकले बुजुर्ग को मेंढक की तरह चलवाने वाले दारोगा पर कार्रवाई

कानपुर। शहर के पनकी में बुधवार सुबह पूजा करने जा रहे एक बुजुर्ग को रोककर एसओ ने फटकारा ही नहीं बल्कि अभद्रता भी की। साथ ही मेढक चाल से मंदिर जाने का निर्देश दिया। सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल होते ही खाकी की इस करतूत पर लोगों ने जहर उगलना शुरू कर दिया। गुरुवार दोपहर सीओ नजीराबाद की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद एसएसपी ने थानाध्यक्ष पनकी विनोद कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया। 

बुधवार एक बुजुर्ग पूजा की थाल लेकर घर के पास बने मंदिर जा रहे थे। तभी वहां से गश्त पर निकल रहे पनकी एसओ विनोद कुमार सिंह ने लॉकडाउन के उल्लंघन में बुजुर्ग को रोक लिया। एसओ ने अकेले मुंह पर गमछा लपेटे बुजुर्ग की थाली में रखे कलश के जल को पलट दिया और उन्हें मेढक चाल (बैठकर) से मंदिर तक जाने को कहा। पुलिस की चेतावनी से सहमा बुजुर्ग मेंढक चाल से मंदिर परिसर तक गया। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। लोगों ने बुजुर्ग के साथ किए गए इस अभद्र व्यवहार की कड़ी आलोचना की।

 

 पनकी एसओ विनोद कुमार सिंह ने कहा, बुजुर्ग को कई बार समझाया जा चुका था। जब तीसरी बार आए तो उन्हें बैठकर जाने के लिए कहा गया। किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का इरादा कतई न था।

एसपी पश्चिम अनिल कुमार ने कहा, प्राथमिक जांच में पता चला है कि बुजुर्ग को घर के अंदर पूजा करने के लिए कहा गया। सीओ नजीराबाद की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद थानाध्यक्ष पनकी विनोद कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिय।