कोरोना जांच और रिपोर्टिंग पर मण्डलायुक्त ने चिंता जताते हुये कड़े निर्देश दिये
एक भी नया कोरोना केस आने पर युद्ध स्तर पर उससे जुड़े लोगों की ट्रेसिंग की जायें- मण्डलायुक्त
भानु प्रताप सिंह
कानपुर। कोरोना से शहर में नये मरीजों की संख्या मे इजाफे से प्रशासन की परेशानी बढ़ती ही जा रही इसकी बानगी है कि मण्डलायुक्त कार्यालय के कोविड-19 कॉट्रोल रुम में अहम बैठ हुई।
जिसकी अध्यक्षता करते हुये मंडलायुक्त डॉ सुधीर एम बोबडे ने कैम्प कार्यालय में कोविद 19 के संबंध में समीक्षा की। उन्होंने निर्देशित किया कि हॉट स्पॉट क्षेत्रों का आंकलन कर पुनः निर्धारित किया जाय। जिन हॉट स्पॉट के क्षेत्रों में पिछले 21 दिनों से कोई नया केस नहीं आया, उन्हें हॉट स्पॉट से बाहर किया जाय। कोविद 19 की सैम्पलिंग व रिजल्ट का ठीक से मिलान ना होने पर मंडलायुक्त ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह स्थित ठीक नहीं है। सीएमओ की जिम्मेदारी है कि लखनऊ की रिपोर्ट एवं जनपद की रिपोर्ट में आ रही भिन्नता को दूर करें। मंडलायुक्त ने जोर देकर कहा कि एक भी नया कोरोना केस आने पर युद्ध स्तर पर उससे जुड़े लोगों की ट्रेसिंग /ट्रेकिंग कर नाम व पते/फ़ोन नंबर के साथ रिपोर्ट प्रस्तुत की जाय। डीआईजी अनंत देव ने बताया कि ट्रेसिंग व ट्रेकिंग का कार्य पुलिस द्वारा गहनता से किया जा जा रहा है। डेटा रिपोर्ट के लिए नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी को जिम्मेदारी दी गई। जनपद के पुराने व कल तक के केस मिलाकर 551 रिजल्ट सीएमओ द्वारा लंबित बताये गए। मंडलायुक्त ने निर्देशित किया कि एलएलआर की लैब को पूर्ण क्षमता के साथ चलाया तथा पेंडिंग केस को यथाशीघ्र निष्पादित किया जाय। सीएमओ ने बताया कि शुरुआत से अब तक 5543 सैम्पल लिए गए।बैठक में आईजी मोहित अग्रवाल, डीएम डॉ ब्रह्मदेव राम तिवारी , प्रधानाचार्य जीएवीएम डॉ आरती लाल चंदानी, सीएमएस हैलट डॉ. आर के मौर्य, सभी एसपी व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे ।
जल्द लगेंगे श्रमविभाग व अधिकारी क्वाटरो में कैमरे- श्रमायुक्त
रिचा अग्निहोत्री
कानपुर। उ0प्र0 श्रमायुक्त एवं कानपुर मण्डलायुक्त सुधीर एम.बोबडे ने सरकारी कार्यप्रणाली को सुरक्षा की दृष्टि तथा पारदर्शिता बनाने के लिये श्रमविभाग के सभी कमरो व श्रमनिकुंज स्थित अधिकारियों के क्वाटरो में जल्द ही सीसीटीवी कैमरे लगा जायेंगे जिसका लिये उन्होंने कैमरे लगाने का आदेश भी जारी कर दिया। उ0प्र0 सरकार ने सभी विभागो में निष्पक्ष एवं पारदर्शिता कार्यप्रणाली लाने के लिये विभागों को हाई डिजीटल करने का फैसला लिया है। सरकार ने बायोम्ैट्रिक मशीन से लेकर सीसीटीवी कैमरे लगवाने का आदेश पूर्व में कर दिया था।
सरकार के इस अति महत्वपूर्ण फैसले को क्रियान्वित करते हुए उ0प्र0 श्रमायुक्त/ मण्डलायुक्त सुधीर.एम.बोबडे ने श्रम विभाग के कमरो में तथा श्रमनिकुंज स्थित अधिकारियों के क्वाटरो में कैमरे लगाने का आदेश जारी कर दिया ताकि विभाग के कर्मचारियों एवं अधिकारियों की कार्य प्रणाली को पारदर्शी बनाया जा सके। विभागीय सूत्रों के अनुसार आपको बताते चले की श्रमविभाग में अधिकारियेां एवं कर्मचारियों के कार्यालय आने पर उनकी उपस्थिति दर्ज करने के लिये पूर्व में ही बायोमैट्रिक मशीने लगायी जा चुकी है। जहां एक ओर कैमरे लगने की जानकारी मिलते ही विभाग में हडकम्प की स्थिति मची गई है तो वहीं उच्चाधिकारियों का कहना है कि कैमरे लग जाने से कार्य प्रणाली की पारदर्शिता भी समाने आ जायेगी।
कोरोना का बड़ा अटैक,15 नए पाजिटिव तीन साल की बच्ची भी प्रभावित, आंकड़ा 284,
दिव्या मिश्रा
कानपुर में कोरोना ने एक बार फिर से बड़ा अटैक किया है। सुबह आयी सैंपल की रिपोर्ट में 15 लोग कोरोना पॉजीटिव मिले हैं। 15 रोगियों के पॉजीटिव मिलने से प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं हैलट के कोविड-19 हॉस्पिटल के आइसीयू में भर्ती कोरोना संदिग्ध युवती की मौत हो गई। पिछले हफ्ने कपड़ा व्यापारी के संक्रमित होने पर उनके परिवार का सैम्पल लिया गया था जिसमे व्यापारी की तीन साल की बेटी पाजिटिव निकली, उसे भर्ती किया गया।
सीएमओ डॉ. एके शुक्ल ने बताया कि केजीएमयू और मेडिकल कॉलेज से आयी जांच रिपोर्ट में शहर के पांच हिस्सों में 15 लोग कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं. इसमें चकेरी के शिव कटरा निवासी कपड़ा कारोबारी के घर का तीन वर्षीय बच्चा संक्रमित मिला है। इसके साथ ही 14 अन्य लोग पॉजीटिव मिले हैं। इन सभी को कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। 15 लोगों के पॉजीटिव आने के बाद शहर में कोरोना के कुल संक्रमित मरीजों का आंकड़ा उछलकर 284 पर पहुंच गया है। इन संक्रमित मरीजों में अब तक छह लोगों की मौत भी हो चुकी है।
घरों में तेजी से फैल रहा है कोरोना का वायरस
कानपुर में जिस तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उसको लेकर सीएमओ डॉ. एके शुक्ल का कहना है कि यह वायरस अब घरों में तेजी से फैल रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि लोग घरों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं, उन्होंने कोरोना की संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए सभी को घर में अलग-अलग रहने के साथ खाने के बर्तन और तौलिया आदि अलग इस्तेमाल करने को कहा है, जिससे घरों में यह संक्रमण और तेजी से न फैल पाए।
वहीं, टीबी की बीमारी से पीड़ित चल रही बिधनू के कठेरूआ गांव के किसान की 22 वर्षीय पुत्री को मंगलवार शाम पेट व पसलियों में दर्द और सांस लेने में तकलीफ होने पर स्वजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे थे।उसकी गंभीर स्थिति और कोरोना संदिग्ध मानते हुए डॉक्टरों ने हैलट रेफर कर दिया। कोविड आईसीयू में सुबह उसकी मौत हो गई. हालांकि देर रात ही उसके थ्रोट एवं नेजल स्वाब का नमूना लेकर जांच के लिए भेज दिया गया।
15 रोगियों ने दी कोरोना को मात
इस बीच राहत की खबर यह है कि कानपुर में 15 अन्य रोगियों ने कोरोना के खतरनाक वायरस को मात दे दी है. सीएमओ ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि इन 15 रोगियों की दूसरी रिपोर्ट भी नेगेटिव आयी है. इन्हें अब अस्पताल से छुट्टी दी जा रही है. इसके साथ ही कोरोना से जंग जीतने वालों की संख्या बढ़कर अब 49 हुई।
किन्नर काजल की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या
भानु प्रताप सिंह
कानपुर। पनकी मंदिर चौकी के ठीक पीछे कच्ची बस्ती में रहने वाली किन्नर काजल (38) वर्षीय मंगलवार रात किन्नर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। चेले धर्मेंद्र ने बताया प्रयागराज मेजा रोड के सिरसा गांव निवासी काजल उर्फ कन्हैया किन्नर 21 साल से कानपुर में पनकी मंदिर चौकी के पीछे अपने चेले धर्मेंद्र व राहुल के साथ कच्ची बस्ती में रही थी। काजल के साथ में बैठकर शराब पीने वाले दो युवकों ने मोबाइल को लेकर हुए विवाद में लाठी-डंडो से जमकर पीटा।
काजल को बचाने के लिए चेला धर्मेंद्र चौकी पहुंचा लेकिन पुलिस घटनास्थल पर नहीं गई।चौकी के चार चक्कर लगाने के बाद दो पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। आरोप है कि पुलिस समय से इलाज के लिए काजल को अस्पताल पहुंचा देती तो उनकी जान बच जाती। पनकी थाना प्रभारी शैलेंद्र कुमार ने बताया कि धर्मेंद्र ने गुरु कालज की पीटकर हत्या में शीलू राजपूत, मोनू काड़ा व एक अज्ञात पर आरोप लगाया है। पुलिस घटना की जाँच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस मामले में जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वित्तविहीन शिक्षक 11मई को मांगेंगे भीख
रिचा अग्निहोत्री
कानपुर। प्रदेश के मान्यता प्राप्त अशासकीय वित्तविहीन माध्यमिक विद्यालयों की बंदी के कारण विगत लगभग 3 माह से वेतन भुगतान न हो पाने की स्थिति में वैश्विक महामारी के दौरान कुशल श्रमिक का वेतन अध्यापक-अध्यापिकाओ को तथा श्रमिक का वेतन शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को राहत के रूप में दिए जाने हेतु संगठन के पत्रों का संज्ञान लेने तथा सहायता प्राप्त विद्यालयों के प्रधानाचार्यो का काटा गया वेतन भुगतान करने एवं वेतन घोटाला में दोषी कानपुर नगर के शिक्षा अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हटाने के संबंध में संगठन स्तर से 11 मई 2020 को प्रातः 11:00 बजे वित्तविहीन शिक्षक तथा पीड़ित प्रधानाचार्य व शिक्षक अपने घरों में रहकर सपरिवार भीख का कटोरा लेकर भीख मांगेंगे उक्त जानकारी माध्यमिक शिक्षक संघ (पांडे गुट) के महामंत्री हरिश्चंद्र चंद्र दीक्षित ने एक विज्ञप्ति में दी उन्होंने बताया कि संगठन की ओर से कई पत्रों द्वारा अनुनय,विनय,अनुरोध और आग्रह करने,वित्तविहीन शिक्षको,पीड़ित प्रधानाचार्यो ,शिक्षकों तथा वेतन घोटाले में लिप्त अधिकारियों व कर्मचारियों को हटाकर कठोर दंडात्मक कार्रवाई की माँग की जा चुकी है परंतु अभी तक वित्तविहीन शिक्षकों का राहत तथा आर्थिक सहायता प्रदान नहीं की गई है ।पीड़ित शिक्षकों प्रधानाचार्य/ तथा कर्मचारियों का वेतन भुगतान नहीं हुआ है।जिससे विवश होकर संगठन विगत पत्रों की प्रतियां संलग्न कर अनुरोध कर रहा है कि हम अपने निवेदन को दोहराते हुए सूचित कर रहे हैं, कि हम सभी पीड़ित प्रधानाचार्य,शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी आगामी 11 मई को प्रातः11:00 बजे अपने घर में परिवार सहित आप सभी के चित्र सामने रखकर भिक्षा का कटोरा लेकर भिक्षा की मांग करेगे।
-फूलों की खेती पर बारिश का ग्रहण-किसान बेहाल
बृज भूषण यादव उर्फ राजेश
कानपुर। गंगा नदी के किनारे सैकड़ों बीघा जमीन में की जा रही फूलों की खेती पर आँधी व बारिश की मार इस प्रकार पड़ी है जिसके चलते फूल उत्पादक किसानों को भारी क्षति हुई है। गंगा नदी के किनारे स्थित ग्राम जाना के अलावा शेखपुर, मोतीपुरवा, किशनपुर, पेवंदी आदि गांव की सैकड़ों बीघा जमीन पर किसान बैला, गुलाब, चादंनी, गेंदा आदि के विभिन्न प्रजातियों के फूलों की खेती करते हैं। पिछले कुछ दिनों बारिश के चलते फूलों की खेती खराब हो गई है और आंधी बारिश के चलते फूलों की कलियां सूख गई हैं। वहीं किसानों ने अपना दर्द बयां करते हुये बताया कि लाकडाउन के चलते व प्रशासन की सख्ती से तमाम किसान वर्ग के लोग घरों मे दुबके रहे है और घरों से निकलने में कतरा रहें हैं शहर मे मंदिर व मस्जिद के बंद होने से व फूलों की दुकानें बंद हो गयी जिससे हमे रोजमर्रा की जरुरते पूरी करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और किसानों आर्थिक क्षति भी उठा रहे हैं।
ग्राम जाना के किसान शिवपाल निषाद बताते हैं कि हर वर्ष फूलो की फसल से उनकों रोजमर्रा की जरुरते पूरी करने बड़ी मदद मिलती है पर इस वर्ष परेशानियों के चलते हम किसान परेशानी से जूझ रहे हैं। किसान ने बताया कि किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा पर किसी भी किसान को क्षतिपूर्ति के रूप में कोई आर्थिक मदद नहीं मिल पाती है। उन्होंने ने बताया कि हम लाकडाउन व बारिश की मार से पीड़ित है। किसान सरकार का साथ हर परेशानी को उठा कर दे रहा है। किसानो की तरस्ती निगाहें अब सरकार की तरफ देख रही हैं। खेतों में मौजूद किसानो में शिवमंगल निषाद, श्यामसुन्दर निषाद, शिवरतन, शिवबालक, पप्पू, टिंकू, सूरज कश्यप, शिवबली, रामकुमार, जागन यादव, शंकरबली, लेखराज, राजू यादव, शिवकुमार, महादेव निषाद, बैजनाथ, किशनलाल कोरी, राकेश यादव, रविन्द्र सविता, शिवजनक आदि किसान खेतों पर रहे।